सन 2007 से अपोलो हॉस्पीटल के सहयोग से मंदिर में निरन्तर अंगदान संकल्प शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
जिस प्रकार रक्तदान होता है, नेत्रदान संकल्प होता है, उसी तरह शरीर के कुछ और अंग भी ऐसे हैं जो मरणोपरान्त दूसरों के काम आ सकते हैं। इन अंगो का मरणोपरान्त दान का संकल्प करके न केवल आप किसी इंसान तथा उसके परिवार को नया जीवन दे सकते हैं बल्कि अपने प्रियजन को मरणोपरान्त भी किसी और शरीर में जीवित देख सकते हैं।
अंगदान मृत्यु के प्रति एक सकारात्मक सोच है। यह एक श्रेष्ठतम परोपकार एवं सर्वोतम मानव सेवा है, यह एक ऐसा दान है, जो आप मृत्यु के पश्चात कर रहे हैं वह भी उन चीजों का जो आपके लिए महत्वहीन हैं।
अंगदान का निर्णय मानवता के लिए अवर्णनीय योगदान है। ईश्वर जीवनदाता है, लेकिन हम भी अंगदाता बनकर किसी व्यक्ति किसी परिवार को जीवनदान दे सकते हैं।
सभी भक्जनों से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में अंगदान संकल्प करके इस महान कार्य की महता को समझें तथा पुण्य के भागी बनें।
इस विषय में और अधिक जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं श्रीमति पुष्पा सिंह (M: +91-9971790614) जो कि अपोलो हॉस्पीटल में एक सहयोगी पद पर कार्यरत हैं।